नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक विमान क्रैश हो गया और बताइए जा रहा है कि Saurya Airlines कि है विमान में 19 लोग उसे वक्त सवार थे अब तक 18 लोगों के मारे जाने की खबर है त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ान भरते समय भयंकर आग लग गई आज सुबह 11:00 बजे की घटना है और सूत्रों की माने तो राहत बचाव कार्य के लिए नेपाल सरकार ने सेना के जवानों को मौके पर भेजो 11:45 के आसपास विमान में लगी आग पर काबू पा लिया गया था और अब खबर है कि विमान में मौजूद कैप्टन को अस्पताल में भर्ती भी कर दिया गया है Nepal में सबसे ज्यादा विमान क्रैश होने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती है यूरोप ने 10 साल पहले सभी Nepali Airlines पर बैन भी लगा दिया था अब आपके मन में सवाल खड़ा हो रहा होगा कि आखिर क्यों नेपाल में विमान क्रैश कितनी घटनाएं होती हैं
आखिर क्यों नेपाल में विमान क्रैश कितनी घटनाएं होती हैं
तो चलिए जानते हैं इसके पीछे के कारणों के बारे में सबसे पहला कारण है भौगोलिक चुनौतियां Nepal के भौगोलिक स्थिति हर पल बदलता मौसम काफी हद तक यहां होने वाले विमान हादसों के लिए जिम्मेदार है ऊंची ऊंची चोटियों के बीच सक्रिय घटिया है जहां कई बार विमान को मोड़ने में बहुत सारी दिक्कतें सामने आती है या मौसम भी तेजी से कई बार बदलता रहता है जिससे उड़ान भरना और लैंडिंग करना बहुत ज्यादा कठिन हो जाता है दूसरा कारण है खराब मौसम नेपाल में बारिश और कोहरा आम है जिससे विमान के लिए उड़ान भरना और लैंडिंग करना खतरनाक हो जाता है तीसरा कारण है पुरानी तकनीक नेपाली एयरलाइंस के ज्यादातर विमान बहुत ज्यादा पुराने हैं या सेकंड हैंड होते हैं विमान में आधुनिक तकनीक वाले वेदर रडर भी नहीं होते और इस वजह से पायलट को मौसम की सही जानकारी नहीं मिल पाती चौथी बड़ी वजह है अनुभवहीन पायलट कुछ मामलों में अनुभवहीन पायलटो को भी उड़ान भरने की अनुमति दी जाती है जिससे दुर्घटना का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है आखिरी कारण है आखिरी कारण है खराब रखरखाव विमान के रखरखाव में भी उनके मेंटेनेंस को लेकर भी बहुत बार कमियां देखी गई है जिससे सुरक्षा खतरा पैदा हो सकता है तो आज की जो खबर सामने आई फिलहाल उसके बाद नेपाल की जो सरकार है इस पर जांच जरुर बिठाएगी क्योंकि कई सारे कारण इसके भी हो सकते हैं कि आखिर विमान इस तरीके क्यों डगमगाए से या फिर मानवीय गलती की वजह से हुई है या टेक्निकल कारणों से